आज भारतवर्ष की स्वाधीनता दिवस पर पेश है: एक महान :देशभक्त और क्रांतिकारी की जीवनी, जिसने कभी आज़ाद भारत का सपना देखा था और अपनी नज़रिए से उसको पाने के अपना जीवन निव्छावर कर दिया|
एक युवा जिसने अपने जीवन में २५ वसंत भी नहीं देखे हों, जिसका नाम भगत सिंह जैसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अत्यंत सम्मानित और लोकप्रिय क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी के साथ जब आज भी लिया जाता हो, जिसके शहीद होने पे महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरु, मदन मोहन मालवीय, मोहम्मद अली जिन्ना जैसे दिगज नेता उसके सम्मान में कहने को मजबूर हो गए हों, "चन्द्रशेखर सीताराम तिवारी" उर्फ़ "चन्द्रशेखर आजाद" के अलावें और कौन हो सकता है|